एक दिन, एक रात्रि में एक गहरे जंगल में एक अकेला यात्री रास्ते भटक गया। जंगल में अँधेरा छाया हुआ था और उसकी माँग की प्रकाश किरणें सिर्फ उसके पास की कमी थीं। वह चलता रहा लेकिन रास्ते का पता नहीं चल रहा था। धीरे-धीरे वह भयभीत होने लगा और माँग की दहलीज पर बिजली के चमकने की आवाज आई।
धीरे-धीरे वह आवाज बढ़ती गई और जंगल में भयानक सींग सिंह की चीखें सुनाई दीं। वह यात्री ने जल्दी से रुक गया और उसका हृदय दहल गया। उसने चमकती आँखों से आसपास देखा और एक पुरानी और भूतिया मकान को देखा।
वह नास्तिक बनने लगा कि मकान में कोई आत्मा हो सकती है। लेकिन उसकी कुर्सी खींच गई और वह मकान के अंदर खींचा गया। उसके दिल की धड़कनें गति से चलने लगीं।
मकान में उसने रंगीन चित्रों को देखा और एक विशाल दर्पण के सामने खड़ी विदेशी सुंदरी का आभास देखा। उसके चेहरे पर एक आकर्षक मुस्कान थी, लेकिन उसकी आंखें खूबसूरत नहीं थीं। उसने देखा कि वह सुंदरी उसे देख रही थी और उसका मुस्कानता रुख लेने लगी।
एक हल्की सी ठंडक महसूस होने लगी और उसके शरीर के साथ कुछ अजीब होने लगा। वह खड़ी हो गई और विदेशी सुंदरी के पास जा रहा था, लेकिन जैसे ही उसने उसके पास पहुंचा, वह एक दारुण भूतनी बन गई। उसके बड़े और नकेले नाखून, लाल आंखें और भूरे बाल थे। वह अपनी भयानक मुस्कान से उसे देखती थी।
यात्री भयभीत होकर भागने की कोशिश करता हुआ उसके पास से निकलना चाहता था, लेकिन वह भूतनी के भयानक चांदनी चमकते दांतों के बीच फंस गया। वह भूतनी उसे देखकर अपनी भयानक मुस्कान से हँसती रही और उसका रक्त-पिपासू मुस्कान में डूबा रह गया।
वहां से बाहर आने के बाद, उसे भूखा-प्यासा और बेहोशी आई। लोगों ने उसे वहां से निकालकर एक आश्रम में ले जाया, लेकिन उसके मन में भय और उस भूतनी की मुस्कान की भयानक छाया सदा के लिए बस गई। उसे नींद नहीं आई और वह हर रात उस भूतनी के विचित्र चेहरे को देखता रह गया। उसकी खोज में वह विदेशी सुंदरी की खोज में चालू हुआ था, लेकिन उसे वह कहीं भी नहीं मिली। उसने एक रहस्यमयी तालाब के पास एक वृक्ष के नीचे एक चमत्कारी किताब पाई। उसमें वह भूतनी के बारे में और उसके प्रभाव के बारे में था। वह यात्री ने उसे पढ़ा और जाना कि भूतनी वही विदेशी सुंदरी थी, जो कई साल पहले उस भूतिया मकान में रहती थी। वह अपने हस्पताली मासूम पति के साथ खुश थी, लेकिन उसे एक रोग ने उसे विधवा बना दिया। उसके पति की मृत्यु के बाद भूतनी ने अपने प्रिय विदेशी सुंदरी की छवि को संजोया और उसे भयानक भूतनी बना दिया। उसे यात्री की मुस्कान की आवाज सुनकर खुशी हुई थी और वह उसे अपने पास खींच ली। यात्री ने उसे जबरदस्ती चुम लिया और उसे वहाँ से भगा दिया।
यह कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है और वह यात्री भूतनी की मुस्कान को कभी नहीं भूला। वह हर रात उस दर्दनाक मुस्कान की आवाज सुनकर घबराता रहता था और उसके हृदय में भयानक डर बना रह गया। इससे हमें यह सीख मिलती है कि भूतों और भूतनियों के साथ खिलवाड़ न करें और हमेशा ध्यान रखें कि हमारे चारों ओर कैसे चीजें हो रही हैं।