महाभारत, भारतीय संस्कृति के महाकाव्य कथाएँ में से एक है जो विशाल, गूढ़गाथा के रूप में उभरती है। इस एपिक का शासक व्यासदेव हैं जिन्होंने इस महान ग्रंथ को लिखा था। भगवान श्रीकृष्ण और कौरव-पाण्डव के वीर युद्ध, धर्मराज युधिष्ठिर के न्याय की प्रशंसा, कर्ण की वीरता और अंत में महाभारत का अंतिम संघर्ष इस महाकाव्य के प्रमुख विषय हैं।
महाभारत के अध्यायों को निम्नलिखित शीर्षकों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
- आदिपर्व
- महाभारत का आरम्भ
- कुरु वंश के वर्णन
- राजा शंतनु की कथा
- विराटपर्व
- पाण्डवों का अज्ञातवास
- उत्सवी विराटनगर में पाण्डवों का व्यतिक्रम
- भीष्मपर्व
- भगवान श्रीकृष्ण के सन्देश
- भीष्म पितामह की मृत्यु
- द्रोणपर्व
- कर्ण और अर्जुन की महाभारतीय युद्ध
- द्रोणाचार्य की विध्वंस
- कर्णपर्व
- अंग-राजा कर्ण की कहानी
- कर्ण और कुंती की मुलाकात
- शल्यपर्व
- अभिमन्यु की वीरता
- शल्य रथी की मृत्यु
- स्त्रीपर्व
- द्रौपदी का चीरहरण
- कृष्णा द्रौपदी की सगाई
- सार्वधर्मान्पर्व
- महाभारत का अंतिम संघर्ष
- कौरव-पाण्डव के सभी योद्धाओं की मृत्यु
ये विभाजित अध्याय शीर्षक आपको महाभारत के अन्य छोटी-छोटी कहानियों को लिखने में सहायक होंगे। इन कथाओं में वीरता, प्रेम, और धर्म की उदाहरण भरी गाथाएँ छिपी हुई हैं, जो आपके पाठकों को प्रभावित करेंगी और उन्हें अपने जीवन के बिगड़े हुए क्षेत्रों में साहस और निर्णय करने की प्रेरणा देगी।